ratan tata ka uttaradhikari रतन टाटा के कोई संतान नहीं हैं, और ऐसे में उनके उत्तराधिकारी को लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। टाटा संस के चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन 2017 से इस पद पर हैं, लेकिन परिवार के कुछ अन्य सदस्य भी संभावित उत्तराधिकारी के रूप में देखे जा रहे हैं।
नोएल टाटा का नाम उत्तराधिकारी के रूप में सबसे आगे है। वह रतन टाटा के सौतेले भाई हैं और टाटा ग्रुप में उनकी अहम भूमिका है। नोएल टाटा, टाटा इंटरनेशनल और ट्रेंट लिमिटेड जैसे कई प्रमुख कारोबारों में बड़े पदों पर हैं और टाटा ग्रुप की विरासत को संभालने के लिए सबसे प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं।
अब बात करते हैं नोएल टाटा के बच्चों की, जिनमें तीन नाम प्रमुख रूप से सामने आते हैं—माया टाटा, नेविल टाटा और लीह टाटा।
सबसे पहले बात करते हैं माया टाटा की। 34 वर्षीय माया ने Tata Digital और Tata Opportunities Fund में अहम भूमिका निभाई है। Tata Neu ऐप के लॉन्च में भी उनका बड़ा योगदान रहा है। अपनी बढ़िया रणनीति और विजन के चलते माया टाटा को ग्रुप की अगली लीडर के रूप में देखा जा रहा है।
नेविल टाटा, जो 32 वर्ष के हैं, भी परिवार के बिजनेस में गहरी रुचि रखते हैं। उन्होंने Star Bazaar का नेतृत्व किया है, जो टाटा ग्रुप की Trent Limited के तहत आता है। नेविल की लीडरशिप क्वालिटीज उन्हें टाटा ग्रुप के फ्यूचर लीडर के रूप में मजबूत बनाती हैं।
लीह टाटा, जो 39 वर्ष की हैं, ने टाटा ग्रुप के हॉस्पिटैलिटी सेक्टर में बड़ा योगदान दिया है। Taj Hotels Resorts और Palaces को एक्सपेंड करने में लीह की महत्वपूर्ण भूमिका रही है, और वह Indian Hotel Company के ऑपरेशन्स देख रही हैं।
रतन टाटा भले ही अब सक्रिय रूप से ग्रुप के ऑपरेशन्स का हिस्सा न हों, लेकिन उनकी सामाजिक और व्यावसायिक सोच अभी भी ग्रुप की दिशा तय करने में महत्वपूर्ण है।
टाटा ग्रुप के संभावित उत्तराधिकारियों में नोएल टाटा और उनके बच्चे—माया, नेविल और लीह—सबसे आगे हैं। आने वाले समय में यह देखना दिलचस्प होगा कि कौन इस विशाल साम्राज्य की कमान संभालता है और टाटा की विरासत को आगे बढ़ाता है।
टाटा ग्रुप के पूर्व चेयरमैन और उद्योगपति रतन टाटा के उत्तराधिकारी को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं। 86 वर्षीय रतन टाटा ने अपनी लीडरशिप में टाटा ग्रुप को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया और अपनी उदारता और समाजसेवा के लिए हमेशा सुर्खियों में रहे हैं। अब सवाल यह है कि रतन टाटा के बाद टाटा ग्रुप की बागडोर किसके हाथ में होगी?
रतन टाटा के कोई संतान नहीं हैं, और ऐसे में उनके उत्तराधिकारी को लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। टाटा संस के चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन 2017 से इस पद पर हैं, लेकिन परिवार के कुछ अन्य सदस्य भी संभावित उत्तराधिकारी के रूप में देखे जा रहे हैं।
नोएल टाटा का नाम उत्तराधिकारी के रूप में सबसे आगे है। वह रतन टाटा के सौतेले भाई हैं और टाटा ग्रुप में उनकी अहम भूमिका है। नोएल टाटा, टाटा इंटरनेशनल और ट्रेंट लिमिटेड जैसे कई प्रमुख कारोबारों में बड़े पदों पर हैं और टाटा ग्रुप की विरासत को संभालने के लिए सबसे प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं।
अब बात करते हैं नोएल टाटा के बच्चों की, जिनमें तीन नाम प्रमुख रूप से सामने आते हैं—माया टाटा, नेविल टाटा और लीह टाटा।
सबसे पहले बात करते हैं माया टाटा की। 34 वर्षीय माया ने Tata Digital और Tata Opportunities Fund में अहम भूमिका निभाई है। Tata Neu ऐप के लॉन्च में भी उनका बड़ा योगदान रहा है। अपनी बढ़िया रणनीति और विजन के चलते माया टाटा को ग्रुप की अगली लीडर के रूप में देखा जा रहा है।
नेविल टाटा, जो 32 वर्ष के हैं, भी परिवार के बिजनेस में गहरी रुचि रखते हैं। उन्होंने Star Bazaar का नेतृत्व किया है, जो टाटा ग्रुप की Trent Limited के तहत आता है। नेविल की लीडरशिप क्वालिटीज उन्हें टाटा ग्रुप के फ्यूचर लीडर के रूप में मजबूत बनाती हैं।
लीह टाटा, जो 39 वर्ष की हैं, ने टाटा ग्रुप के हॉस्पिटैलिटी सेक्टर में बड़ा योगदान दिया है। Taj Hotels Resorts और Palaces को एक्सपेंड करने में लीह की महत्वपूर्ण भूमिका रही है, और वह Indian Hotel Company के ऑपरेशन्स देख रही हैं।
रतन टाटा भले ही अब सक्रिय रूप से ग्रुप के ऑपरेशन्स का हिस्सा न हों, लेकिन उनकी सामाजिक और व्यावसायिक सोच अभी भी ग्रुप की दिशा तय करने में महत्वपूर्ण है।
टाटा ग्रुप के संभावित उत्तराधिकारियों में नोएल टाटा और उनके बच्चे—माया, नेविल और लीह—सबसे आगे हैं। आने वाले समय में यह देखना दिलचस्प होगा कि कौन इस विशाल साम्राज्य की कमान संभालता है और टाटा की विरासत को आगे बढ़ाता है।