दिल्ली विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (BJP) की शानदार जीत के बाद अब सभी की नजरें नई सरकार के गठन पर टिकी हुई हैं। दिल्ली में मुख्यमंत्री के पद के लिए चर्चा का विषय बन चुका है कि आखिरकार भाजपा का मुख्यमंत्री कौन होगा? इस बीच, नई सरकार के गठन को लेकर एक महत्वपूर्ण जानकारी सामने आई है।
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सूत्रों के मुताबिक, दिल्ली के मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह की तारीख प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अमेरिका दौरे के बाद निर्धारित हो सकती है। जानकारी के अनुसार, प्रधानमंत्री मोदी के अमेरिका से लौटने के बाद, यानी 13 फरवरी के बाद दिल्ली के नए मुख्यमंत्री का शपथ ग्रहण समारोह हो सकता है।
वहीं, भाजपा के अंदर मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर मंथन तेज हो गया है। इस मुद्दे पर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बीच बैठक हुई है, जबकि दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने पार्टी विधायकों की बैठक बुलाई है। इसमें चुनावी जीत के बाद सरकार गठन को लेकर चर्चा हो सकती है।
दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने उपराज्यपाल वीके सक्सेना से मिलने का समय मांगा है, ताकि सरकार गठन के बाद की प्रक्रिया को लेकर चर्चा की जा सके। उन्होंने मुख्यमंत्री के चेहरे पर कहा कि यह फैसला पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व करेगा, और सभी नवनिर्वाचित विधायक अपनी जिम्मेदारियों को निभाने में सक्षम हैं।
भाजपा की चुनावी सफलता के बाद, पार्टी के पास मुख्यमंत्री पद के लिए कई प्रमुख नाम हैं। ऐसे में प्रवेश वर्मा, सतीश उपाध्याय, विजेंद्र गुप्ता, आशीष सूद, पवन शर्मा जैसे वरिष्ठ नेताओं के नाम चर्चा में हैं। हालांकि, भाजपा का इतिहास इस बात का गवाह है कि पार्टी कम चर्चित नेताओं को भी आगे बढ़ाती रही है।
राजनीतिक पर्यवेक्षकों का मानना है कि दिल्ली में भी भाजपा अपने मुख्यमंत्री के चयन को लेकर कुछ नया और अप्रत्याशित निर्णय ले सकती है। पार्टी की रणनीति पर नजर रखने वाले नेताओं का कहना है कि भाजपा पूर्वांचल, सिख समुदाय या महिला नेताओं पर भी विचार कर सकती है, जैसा कि मध्यप्रदेश, राजस्थान और ओडिशा में पिछले चुनावों में देखा गया।
एक भाजपा नेता ने कहा, “आप कभी नहीं जान सकते, राष्ट्रीय नेतृत्व एक नया चेहरा सामने ला सकता है जो इस पद के लिए उपयुक्त हो और दिल्ली के मुख्यमंत्री के रूप में अपनी जिम्मेदारी निभा सके।”
अब यह देखना दिलचस्प होगा कि भाजपा दिल्ली के मुख्यमंत्री के रूप में किस चेहरे को चुनेगी और शपथ ग्रहण समारोह के बाद दिल्ली की राजनीति में कौन सा नया मोड़ आता है।