नई दिल्ली: बंगाल की खाड़ी में उठे खतरनाक चक्रवाती तूफान ‘दाना’ का प्रकोप ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटीय इलाकों पर मंडरा रहा है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, यह तूफान 24 अक्टूबर 2024 को पुरी (ओडिशा) और दीघा (पश्चिम बंगाल) के तटीय इलाकों से टकराने की संभावना है। तूफान की तीव्रता को देखते हुए ओडिशा में 10 लाख और पश्चिम बंगाल में डेढ़ से दो लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया जा रहा है।
Cyclone Dana: ओडिशा और पश्चिम बंगाल में ट्रेनें रद्द, स्कूल-कॉलेज बंद
तूफान की गंभीरता को देखते हुए ओडिशा में 150 और पश्चिम बंगाल में 198 ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं। राज्य सरकार ने एहतियात के तौर पर स्कूल, कॉलेज और होटलों को अगले तीन दिनों के लिए बंद रखने का आदेश दिया है। पुरी के मंदिरों में सन्नाटा छा गया है, क्योंकि श्रद्धालुओं की संख्या में भारी कमी आई है। तीन हजार से अधिक पर्यटकों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया गया है।
ओडिशा में एनडीआरएफ और ओडीआरएफ की टीमें तैनात
ओडिशा के स्पेशल रिलीफ ऑफिसर देव रंजन सिंह ने बताया कि मौसम विभाग के अनुसार, चक्रवाती तूफान ‘दाना’ 24 अक्टूबर की मध्य रात या 25 अक्टूबर की अल सुबह पुरी तट से टकरा सकता है। इस दौरान 120 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से हवाएं चलेंगी और तेज बारिश की भी संभावना है। राज्य के 29 तटीय जिलों में से 14 जिलों पर तूफान का सबसे अधिक असर होगा।
ओडिशा के पुरी में मंदिर प्रशासन ने सभी पूजा अनुष्ठान समय पर होने का आश्वासन दिया है, लेकिन श्रद्धालुओं से अपील की गई है कि वे 25 अक्टूबर तक मंदिर न आएं। पुरी में कार्तिक स्नान के लिए आईं लगभग पांच हजार महिलाओं को सुरक्षित स्थानों पर भेज दिया गया है।
एनडीआरएफ (NDRF) की 20 टीमें, फायर ब्रिगेड की 178 टीमें और ओडीआरएफ (ODRF) की 51 टीमें तैनात की गई हैं। ये टीमें किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं और राहत-बचाव कार्य में लगी हुई हैं।
पश्चिम बंगाल में भी तूफान का असर, लाखों लोगों को किया गया सुरक्षित
ओडिशा के पड़ोसी राज्य पश्चिम बंगाल में भी चक्रवाती तूफान ‘दाना’ का व्यापक असर देखने को मिल रहा है। पश्चिम बंगाल के दीघा, पूर्वी मेदिनीपुर और दक्षिण 24 परगना जैसे तटीय इलाकों में तूफान के कारण भारी नुकसान की आशंका है। इन इलाकों से डेढ़ लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया है। राज्य सरकार ने समुद्री इलाकों, खासकर दीघा और मंदारमनी को पूरी तरह खाली करवा लिया है।
मुख्य सचिव मनोज पंत ने बताया कि पश्चिम बंगाल सरकार ने आपात स्थिति से निपटने के लिए चार कंट्रोल रूम स्थापित किए हैं। 500 क्विक रेस्पॉन्स टीम (QRT) टीमें तैनात की गई हैं, जो प्रभावित इलाकों में किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं। बुधवार तक प्रभावित क्षेत्रों से करीब दो लाख लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा चुका है।
चक्रवात के दौरान भारी बारिश की संभावना
ओडिशा और पश्चिम बंगाल दोनों ही राज्यों में चक्रवाती तूफान ‘दाना’ के कारण भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। मौसम विभाग का अनुमान है कि ओडिशा के पुरी में 23 अक्टूबर से बारिश शुरू हो जाएगी, और 25 अक्टूबर को 11 इंच तक बारिश होने की संभावना है। पश्चिम बंगाल के कई तटीय इलाकों में भी भारी बारिश और तूफानी हवाओं की चेतावनी दी गई है।
कोस्ट गार्ड और सुरक्षा बल अलर्ट पर
ओडिशा और पश्चिम बंगाल के समुद्री इलाकों में भारतीय कोस्ट गार्ड को हाई अलर्ट पर रखा गया है। दोनों राज्यों में मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है। सरकार ने चेतावनी जारी की है कि तटीय क्षेत्रों में रहने वाले लोग सुरक्षित स्थानों पर शरण लें और अगले कुछ दिनों तक सावधानी बरतें।
चक्रवाती तूफान ‘दाना’ के मद्देनजर राहत और बचाव कार्य जारी
ओडिशा और पश्चिम बंगाल की सरकारें पूरी तरह से अलर्ट मोड में हैं। प्रभावित इलाकों में बिजली और संचार सेवाओं को ठप होने से बचाने के लिए एहतियाती कदम उठाए जा रहे हैं। केंद्र और राज्य सरकारें राहत और बचाव कार्यों में जुटी हुई हैं और किसी भी तरह की आपदा से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
समुद्र से उठे तूफान की गति बढ़ रही है
अंडमान सागर से उठा चक्रवाती तूफान ‘दाना’ तेजी से बंगाल की खाड़ी की तरफ बढ़ रहा है। IMD के ताजा अपडेट्स के मुताबिक, यह तूफान 24 अक्टूबर 2024 को ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटीय इलाकों से टकरा सकता है। सरकार और मौसम विभाग लोगों से सतर्क रहने की अपील कर रहे हैं, ताकि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके।
निष्कर्ष
चक्रवाती तूफान ‘दाना’ ने ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटीय इलाकों में दहशत पैदा कर दी है। लाखों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है और सरकारें किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। अगले 24-48 घंटे बेहद अहम होंगे, क्योंकि इसी दौरान तूफान के टकराने की संभावना है।