राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (NCTE) ने इंटीग्रेटेड टीचर एजुकेशन प्रोग्राम (ITEP) के तहत 4 वर्षीय बीएड और बीएससी-बीएड कोर्स के लिए बड़ी घोषणा की है। पहली बार, इन कोर्सेज के छात्रों को छात्रवृत्ति दी जाएगी। यह फैसला NCTE की वार्षिक बैठक में लिया गया है, और जल्द ही इसकी अधिसूचना भी जारी कर दी जाएगी। अब तक बीएड के छात्रों को कोई स्कॉलरशिप नहीं मिलती थी, लेकिन इस नए कदम से हजारों छात्रों को आर्थिक मदद मिलेगी।
NCTE ने स्पष्ट किया है कि 4 वर्षीय बीएड के छात्रों को नेशनल स्कॉलरशिप पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करना अनिवार्य होगा। इस स्कॉलरशिप का लाभ SC, ST, OBC, EWS और सिंगल गर्ल चाइल्ड को दिया जाएगा। इससे छात्रों को अपनी पढ़ाई पूरी करने में काफी मदद मिलेगी। यह कदम विशेष रूप से उन छात्रों के लिए महत्वपूर्ण है जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं।
बिहार राज्य में फिलहाल 4 कॉलेज ऐसे हैं जहां 4 वर्षीय बीएड कोर्स संचालित हो रहा है, और कुल 400 सीटें उपलब्ध हैं। इस स्कॉलरशिप का फायदा लगभग 600 से 700 छात्रों को मिलेगा। NCTE का कहना है कि 2025 से अधिकतर कॉलेजों में यह कोर्स शुरू हो जाएगा और सभी पात्र छात्रों को वजीफा प्रदान किया जाएगा।
इसके साथ ही, NCTE ने कॉलेजों की गुणवत्ता सुधारने पर भी जोर दिया है। सभी बीएड कॉलेजों के लिए एनआईआरएफ रैंकिंग को अनिवार्य कर दिया गया है। NCTE के अनुसार, यह रैंकिंग शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने में सहायक होगी। इसके अलावा, बीएड कोर्स संचालित करने वाले कॉलेजों को साइंस लैब की सुविधा भी उपलब्ध करानी होगी ताकि छात्रों को बेहतर शिक्षा दी जा सके।
इस बीच, कक्षा 6 से 8 तक के विज्ञान शिक्षकों के लिए एक विशेष ऑनलाइन कोर्स भी शुरू किया गया है। यह मैसिव ओपन ऑनलाइन कोर्स (MOOC), NCTE और NCERT द्वारा मिलकर शुरू किया गया है, जिसका उद्देश्य शिक्षकों की क्षमता विकास को बढ़ावा देना है। इस कोर्स में शामिल होने के लिए शिक्षकों को NCTE में रजिस्ट्रेशन कराना होगा।
कुल मिलाकर, देश भर में 2025 से ITEP के तहत 4 वर्षीय बीएड कोर्स शुरू किए जाएंगे, और छात्रों को वजीफा भी मिलेगा।