आज हम बात कर रहे हैं सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक फर्जी मैसेज के बारे में। रतन टाटा के निधन के बाद से एक खबर तेजी से फैल रही है, जिसमें दावा किया गया है कि उनके निधन के तीन दिन बाद उनके प्रिय पालतू कुत्ते ‘गोवा’ का भी निधन हो गया। इस मैसेज में लिखा है, “दुखद खबर… रतन टाटा के निधन के तीन दिन बाद उनके कुत्ते ‘गोवा’ की भी मौत हो गई।” इस मैसेज में यह भी कहा जा रहा है कि कुत्ते इंसानों से ज्यादा वफादार होते हैं।
लेकिन अब, मुंबई पुलिस के वरिष्ठ इंस्पेक्टर सुधीर कुडलकर ने इन खबरों का खंडन किया है। अपने इंस्टाग्राम पोस्ट में, उन्होंने स्पष्ट किया है कि यह खबर पूरी तरह से फर्जी है और रतन टाटा का कुत्ता ‘गोवा’ बिल्कुल स्वस्थ और सुरक्षित है। उन्होंने यह जानकारी शांतनु नायडू से प्राप्त की, जो रतन टाटा के काफी करीबी माने जाते हैं।
सुधीर कुडलकर, जो अपने जानवरों के प्रति प्रेम और उनकी देखभाल के समर्पण के लिए भी जाने जाते हैं, ने इस फर्जी खबर के खिलाफ आवाज उठाई। उन्होंने अपने पोस्ट में सभी इंटरनेट यूजर्स को आगाह किया है कि अफवाहों और गुमराह करने वाली जानकारियों से सावधान रहें। उन्होंने जोर देकर कहा कि किसी भी जानकारी को सोशल मीडिया पर शेयर करने से पहले वेरिफाई करना बेहद जरूरी है।
अब आपको यह भी बताते हैं कि रतन टाटा ने अपने कुत्ते का नाम ‘गोवा’ क्यों रखा। रतन टाटा ने इस प्यारे कुत्ते को गोवा में तब पाया जब वह वहां घूमने गए थे। यह आवारा कुत्ता उनके पास आया और उन्हें इतना पसंद आया कि वे इसे अपने साथ मुंबई ले आए। इस कुत्ते का नाम उन्होंने ‘गोवा’ रखा, और यह तब से बॉम्बे हाउस में ही रहता है, जो टाटा समूह का मुख्यालय है।
इस वायरल फर्जी मैसेज ने यह एक बार फिर साबित कर दिया है कि इंटरनेट पर फैलाई जा रही खबरों को बिना जांचे-परखे शेयर करने से गलतफहमी फैल सकती