अडानी फाउंडेशन ने यंग इंडिया स्किल्स यूनिवर्सिटी की स्थापना के लिए 100 करोड़ रुपये का दान दिया है। यह घोषणा खुद तेलंगाना के मुख्यमंत्री कार्यालय ने सोशल मीडिया पर की है। अडानी समूह के अध्यक्ष गौतम अडानी की अगुवाई में एक प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी को यह महत्वपूर्ण योगदान सौंपा।
कौशल विकास में एक नया आयाम:
गौतम अडानी ने राज्य के युवाओं के सशक्तिकरण के लिए कौशल विकास पहलों में निरंतर सहयोग का वादा किया है। आपको बता दें कि यह विश्वविद्यालय दशहरे के बाद से स्वास्थ्य सेवा, फार्मास्यूटिकल्स और कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) में पाठ्यक्रम शुरू करेगा। शुरुआती कक्षाएं इंजीनियरिंग स्टाफ कॉलेज ऑफ इंडिया (ESCI) में आयोजित की जाएंगी।
उद्योग से सहयोग:
इस विश्वविद्यालय में कई प्रमुख कंपनियाँ जैसे अपोलो, अमेज़न, फ्लिपकार्ट, लेंसकार्ट, और अन्य अपनी सेवाएं देंगी और पाठ्यक्रम प्रदान करेंगी। पहले वर्ष में 2000 युवाओं को प्रशिक्षण देने का लक्ष्य है। विशेष बात यह है कि उद्योगपति आनंद महिंद्रा विश्वविद्यालय बोर्ड के अध्यक्ष हैं।
सरकार और उद्योग की साझेदारी:
सितंबर में मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने उद्योगपतियों से विश्वविद्यालय प्रबंधन के लिए कोष निधि में सहयोग करने का आह्वान किया था। राज्य सरकार ने इस परियोजना के लिए 150 एकड़ भूमि और 100 करोड़ रुपये भी आवंटित किए हैं।
अडानी फाउंडेशन की इस पहल को देशभर में कौशल विकास के लिए एक मील का पत्थर माना जा रहा है। आपको बता दें कि अडानी फाउंडेशन 1996 से देश में सामाजिक निवेश के लिए प्रतिबद्ध है।